वह न्यूनतम अतिरिक्त उर्जा जिसे अवशोषित कर क्रियाकारक अणुओ की उर्जा देहली उर्जा के बराबर हो जाती है ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ कहलाती है।
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स्वप्रयत्न
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