1. विद्युत शक्ति के परिवहन के लिए प्रयुक्त होने वाले परिपथों में निम्न शक्ति गुणांक, संप्रेषण में अधिक ऊर्जा का क्षय होगा, निर्दिष्ट करता है। इसका कारण समझाइए।
  2. परिपथ का शक्ति गुणांक, प्रायः परिपथ में उपयुक्त मान के संधारित्र का उपयोग करके सुधारा जा सकता है। यह तथ्य समझाइए।
उदाहरण - 7.7
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Similar Questions

  • 1
    15.0$ \mu \mathrm{F}$ का एक संधारित्र, 220 V, 50 Hz स्रोत से जोड़ा गया है। परिपथ का संधारित्रीय प्रतिघात और इसमें प्रवाहित होने वाली (rms एवं शिखर) धारा का मान बताइए। यदि आवृत्ति को दोगुना कर दिया जाए तो संधारित्रीय प्रतिघात और धारा के मान पर क्या प्रभाव होगा?
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  • 2
    283 V शिखर वोल्टता एवं 50 Hz आवृत्ति की एक ज्यावक्रीय वोल्टता एक श्रेणीबद्ध LCR परिपथ से जुड़ी है जिसमें R = $3 \Omega$, L = 25.48 mH, एवं C = 796 $\mu$F है। ज्ञात कीजिए
    1. परिपथ की प्रतिबाधा;
    2. स्रोत के सिरों के बीच लगी वोल्टता एवं परिपथ में प्रवाहित होने वाली धारा के बीच कला-अंतर;
    3. परिपथ में होने वाला शक्ति-क्षय; एवं
    4. शक्ति गुणांक।
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  • 3
    25.0 mH का एक शुद्ध प्रेरक 220 V के एक स्रोत से जुड़ा है। यदि स्रोत की आवृत्ति 50 Hz हो तो परिपथ का प्रेरकीय प्रतिघात एवं rms धारा ज्ञात कीजिए।
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  • 4
    एक शक्ति संप्रेषण लाइन अपचयी ट्रांसफार्मर में जिसकी प्राथमिक कुण्डली में 4000 फेरे हैं, 2300 वोल्ट पर शक्ति निवेशित करती है। 230 V की निर्गत शक्ति प्राप्त करने के लिए द्वितीयक में कितने फेरे होने चाहिए?
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  • 5
    एक विद्युत बल्ब 220 V आपूर्ति पर 100 W शक्ति देने के लिए बनाया गया है।
    1. बल्ब का प्रतिरोध;
    2. स्रोत की शिखर वोल्टता एवं
    3. बल्ब में प्रवाहित होने वाली rms धारा ज्ञात कीजिए।
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  • 6
    एक श्रेणी बद्ध LCR परिपथ को, जिसमें R = 20 $\Omega$, L = 1.5 H तथा C = 35 $\mu$ F, एक परिवर्ती आवृत्ति की 200 V ac आपूर्ति से जोड़ा गया है। जब आपूर्ति की आवृत्ति परिपथ की मूल आवृत्ति के बराबर होती है तो एक पूरे चक्र में परिपथ को स्थानान्तरित की गई माध्य शक्ति कितनी होगी?
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  • 7
    दर्शाइए कि LC परिपथ के मुक्त दोलनों में, संधारित्र एवं प्रेरक में संचित ऊर्जाओं का योग, समय के बदलने पर भी नहीं बदलता।
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  • 8
    माना कि पूर्व उदाहरण में वर्णित स्रोत की आवृत्ति परिवर्तनशील है।
    1. स्रोत की किस आवृत्ति पर अनुनाद होगा।
    2. अनुनाद की अवस्था में प्रतिबाधा, धारा एवं क्षयित शक्ति की गणना कीजिए।
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  • 9
    एक 44 mH का प्रेरित्र 220 V, 50 Hz आपूर्ति से जोड़ा गंया है। परिपथ में धारा के rms मान को ज्ञात कीजिए।
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