विगत वर्षों में भारतीय बाजारों के स्वरूप में हुए परिवर्तनों को स्पष्ट कीजिए।
Download our app for free and get startedPlay store
वर्ष 1991 में भारत ने उदारीकरण तथा वैश्वीकरण की प्रक्रिया को अपनाया। इस प्रक्रिया के पश्चात् भारतीय बाजारों में विदेशी वस्तुओं का आगमन तथा विदेशी निवेश में काफी वृद्धि हुई है। उपभोक्ताओं को अब कम कीमत पर बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुएँ प्राप्त हो रही हैं।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    बहुराष्ट्रीय कम्पनियों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
    View Solution
  • 2
    बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ विदेशों में किस तरह से निवेश करती हैं?
    View Solution
  • 3
    वैश्वीकरण के भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले कोई दो नकारात्मक प्रभाव बताइए।
    View Solution
  • 4
    सूचना एवं प्रौद्योगिकी ने वैश्वीकरण को किस प्रकार सम्भव बनाया है?
    View Solution
  • 5
    वस्तुओं, सेवाओं, निवेशों और प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त विभिन्न देशों को आपस में जोड़ने का एक और कौनसा माध्यम है? संक्षिप्त में समझाइये।
    View Solution
  • 6
    बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ अन्य देशों में निवेश करने से पूर्व किन बातों को ध्यान में रखती हैं? कोई दो बातें बताइए।
    View Solution
  • 7
    वैश्वीकरण के भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले कोई दो सकारात्मक प्रभाव बताइए।
    View Solution
  • 8
    विदेश व्यापार के कोई दो लाभ बताइए।
    View Solution