जैसा कि हम पूरे पाठ में पढ़ चुके हैं. ऊँट ही यहाँ की मुख्य सवारी है । यातायात के लिये यही एकमात्र साधन है । बालू पर दूसरी सवारी चल भी नहीं सकती । यह क्षेत्र पाकिस्तान सीमा पर अवस्थित है, अतः सुरक्षा की अति आवश्यकता है, कम-से-कम बार्डर सिक्युरिटी फोर्स के लिए, सो वे भी ऊँट का ही उपयोग करते हैं । ऊँटनी का दूध ही यहाँ मिलता है । उसी. के दूध से चाय बनती है । खोवा, पनीर सब ऊँटनी के दूध से ही बनते हैं। इस प्रकार हम देखते हैं कि यातायात, सुरक्षा, खानपान के लिए ऊँट ही जीवन रेखा है ।
हमारे प्रदेश बिहार में ऐसी बात नहीं है । यातायात के लिए घोडा समेत अनेक साधन मौजूद है । सुरक्षा के लिए उत्तर नेपाल की सीमा पर घोड़ा और जीप का उपयोग होता है । दूध के लिए बकरी, गाय और भैंस बहुतायत से उपलब्ध हैं।