+ 10C एवं 10µC के दो बिन्दु आवेश वायु है। - परस्पर 40 cm की दूरी पर रखे हैं। (a) निकाय की वैधुत स्थितिज ऊर्जा की गणना कीजिए। के मान लीजिए कि अनन्त पर विधुत स्थितिज ऊर्जा शून्य होती है। (b) निकाय के लिए समविभव पृष्ठ खर्खीचिये। (c) निकाय के दोनों आवेशों को अनन्त तक दूर करने। कितना कार्य करना होगा?
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स्वप्रयत्न
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चित्र में दर्शाए अनुसार तीन परिपथों, जिनमें प्रत्येक स्विच 'S' और दो संधारित्र लगे हैं, को प्रारम्भ में आवेशित किया जाता है। स्विच को बन्द करने पर किस परिपथ में बार्थी ओर दिए गए संधारित्र में आवेश (i) बढ़ेगा, (ii) घटेगा और (iii) अपरिवर्तित रहेगा? कारण दीजिए।
4 सेमी. व 7 सेमी. के दो चालक गोलों पर आवेश की मात्राएँ क्रमशः 500 माइक्रो फूलॉम और 60 माइक्रो कूलॉम हैं। चालकों को पररपर जोड़ने पर विधुत स्थितिज ऊर्जा हानि की गणना कीजिए।
3 µF तथा 4 µF धारिता के दो संधारित्रों को 6V की बैटरी से अलग-अलग आवेशित किया जाता है। बैटरी को हटा देने पर वह आपस में एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं। जिसमें एक संधारित्र की ऋण प्लेट दूसरे की धन प्लेट से जुड़ जाती है। अन्तरिम कुल ऊर्जा की गणना कीजिए।
एक अनावेशित संधारित्र को बैटरी से जोड़ा जाता है। दर्शाइये कि संधारित्र को आवेशित करने के लिए बैटरी द्वारा प्रयुक्त की गई ऊर्जा का आधा भाग ऊष्मा के रूप में क्षय होता है।
समान धारिता की दो संधारित्र चित्रानुसार $($चित्र$)$ एक बैटरी से जुड़ी हुई हैं। स्विच $S$ प्रारम्भ में बन्द अवस्था में है। अब स्विच $S$ को खुला कर संधारित्र की प्लेटों के मध्य $\in _r= 3$ परावैधुत के पदार्थ को भरा जाता है। परावैधुत पदार्थ को रखने से पूर्व व उसके पश्चात् संधारित्रों में संग्रहित विधुत ऊर्जा के मानों का अनुपात ज्ञात कीजिए।
$(a)$ आवेश $4 \times 10^{-7}C$ के कारण इससे $9\ cm$ दूरी पर स्थित किसी बिंदु $P$ पर विभव परिकलित कीजिए।
$(b)$ अब, आवेश $2 \times 10^{-9} C$ को अनंत से बिंदु $P$ तक लाने में किया गया कार्य ज्ञात कीजिए। क्या उत्तर जिस पथ के अनुदिश आवेश कोको लाया गया है उस पर निर्भर करता है?