4 सेमी. व 7 सेमी. के दो चालक गोलों पर आवेश की मात्राएँ क्रमशः 500 माइक्रो फूलॉम और 60 माइक्रो कूलॉम हैं। चालकों को पररपर जोड़ने पर विधुत स्थितिज ऊर्जा हानि की गणना कीजिए।
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स्वप्रयत्न
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एक समान्तर पट्ट वायु संधारित्र की धारिता 8 µF है। इसकी प्लेटों के बीच की दूरी आधी कर दी जाती है तथा प्लेटों के बीच का स्थान 5 परावैद्युतांक वाले माध्यम से भर दिया जाता है। दूसरी स्थिति में संधारित्र की धारिता ज्ञात कीजिए।
$10 ^{-6}$ मीटर व्यास तथा $880.5$ किलोग्राम/मीटर$^3$ घनत्व वाली एक तेल बूँद $10$ मिलीमीटर में पृथक्कृत प्लेटों के मध्य स्थिर रहती है। प्लेटों के मध्य विभवान्तर $36$ वोल्ट है। तेल बूँद पर इलेक्ट्रॉनों की संख्या ज्ञात कीजिए। $(g = 10$ मीटर/सेकण्ड$^2)$
एक गोलाकार संधारित्र के गोलों के बीच भरे माध्यम का परावैद्युतांक 7 है। इसके गोलों की त्रिज्यायें क्रमशः 50 सेमी. तथा 60 सेमी. हैं। संधारित्र की धारिता का मान ज्ञात कीजिए।
3 µF तथा 4 µF धारिता के दो संधारित्रों को 6V की बैटरी से अलग-अलग आवेशित किया जाता है। बैटरी को हटा देने पर वह आपस में एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं। जिसमें एक संधारित्र की ऋण प्लेट दूसरे की धन प्लेट से जुड़ जाती है। अन्तरिम कुल ऊर्जा की गणना कीजिए।
चित्र में दर्शाए अनुसार तीन परिपथों, जिनमें प्रत्येक स्विच 'S' और दो संधारित्र लगे हैं, को प्रारम्भ में आवेशित किया जाता है। स्विच को बन्द करने पर किस परिपथ में बार्थी ओर दिए गए संधारित्र में आवेश (i) बढ़ेगा, (ii) घटेगा और (iii) अपरिवर्तित रहेगा? कारण दीजिए।