1815 में स्थापित रूढ़िवादी शासन व्यवस्थाएँ निरंकुश थीं।
वे अपनी आलोचना और असहमति सहन नहीं कर सकती थीं।
अधिकतर सरकारों ने सेंसरशिप के नियम बनाए जिनका
उद्देश्य फ्रांसीसी क्रान्ति से सम्बन्धित स्वतन्त्रता, उदारवाद और मुक्ति के विचारों पर नियंत्रण लगाना था।