293 K पर जल का वाष्प दाब 17.535 mm Hg है। यदि 25 g ग्लूकोस को 450 g जल में घोलें तो 293 K पर जल का वाष्प दाब परिकलित कीजिए।
Exercise - 2.34
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वायु अनेक गैसों की मिश्रण है। $298\ K$ पर आयतन में मुख्य घटक ऑक्सीजन और नाइट्रोजन लगभग $20\%$ एवं $79\%$ के अनुपात में हैं। $10$ वायुमंडल दाब पर जल वायु के साथ साम्य में है। $298\ K$ पर यदि ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन के हेनरी स्थिरांक क्रमश: $3.30 \times 10^7\ mm$ तथा $6.51 \times 10^7\ mm$ है, तो जल में इन गैसों का संघटन ज्ञात कीजिए।
एक वैद्युतअनअपघट्य के $1.00\ g$ को $50\ g$ बेन्जीन में घोलने पर इसके हिमांक में $0.40\ K$ की कमी हो जाती है। बेन्जीन का हिमांक अवनमन स्थिरांक $5.12 K \ kg\ mol^{-1}$ है। विलेय का मोलर द्रव्यमान ज्ञात कीजिए।
दो तत्व $A$ एवं $B$ मिलकर $AB_2$ एवं $AB_4$ सूत्र वाले दो यौगिक बनाते हैं। $20\ g$ बेन्जीन में घोलने पर $1\ g\ AB_2$ हिमांक को $2.3\ K$ अवनमित करता है। जबकि $1.0 g\ AB_4$ से $1.3\ K$ का अवनमन होता है। बेन्जीन के लिए मोलर अवनमन स्थिरांक $5.1\ K\ kg\ mol^{-1}$ है। $A$ एवं $B$ के परमाणवीय द्रव्यमान की गणना कीजिए।
नैलॉर्फ़ीन $(C_{19}H_{21}NO_3)$ जो कि मॉर्फीन जैसी होती है, का उपयोग स्वापक उपभोक्ताओं द्वारा स्वापक छोड़ने से उत्पन्न लक्षणों को दूर करने में किया जाता है। सामान्यतया नैलॉर्फ़ीन की $1.5\ mg$ खुराक दी जाती है। उपरोक्त खुराक के लिए $1.5 \times 10^{-3}\ m$ जलीय विलयन का कितना द्रव्यमान आवश्यक होगा?
$\ce{CH_3-CH_2-CHCl-COOH}$ के $10\ g$ को $250\ g$ जल में मिलाने से होने वाले हिमांक का अवनमन परिकलित कीजिए। $(K_a = 1.4 \times 10^{-3}, K_f = 1.86 K \ kg\ mol^{-1})$
$100\ g$ द्रव $A ($मोलर द्रव्यमान $140\ g\ mol^{-1}$ को $1000\ g$ द्रव $B ($मोलर द्रव्यमान $180\ g\ mol^{-1}$ में घोला गया। शुद्ध द्रव $B$ का वाष्प दाब $500\ Torr$ पाया गया। शुद्ध द्रव $A$ का वाष्प दाब तथा विलयन में उसका वाष्प दाब परिकलित कीजिए यदि विलयन का कुल वाष्प दाब $475\ Torr$ हो।
$114\ g$ ऑक्टेन में किसी अवाष्पशील विलेय $($मोलर द्रव्यमान $40\ g \ mol^{-1})$ की कितनी मात्रा घोली जाए कि ऑक्टेन का वाष्प दाब घट कर मूल का $80\%$ रह जाए।
यदि किसी झील के जल का घनत्व $1.25\ g\ mL^{-1}$ है तथा उसमें $92\ g\ Na^+$ आयन प्रति किलो जल में उपस्थित हैं। तो झील में $Na^+$ आयन की मोलरता ज्ञात कीजिए।
बेन्जीन का क्वथनांक $353.23\ K$ है। $1.80\ g$ अवाष्पशील विलेय को $90\ g$ बेन्जीन में घोलने पर विलयन का क्वथनांक बढ़कर $354.11\ K$ हो जाता है। विलेय के मोलर द्रव्यमान की गणना कीजिए। बेन्जीन के लिए $K_b$ का मान $2.53\ K \ kg \ mol^{-1}$ है।