$30^{\circ} C$ पर बेन्जीन का वाष्पदाब $121.8 mm$ है। जब $15 g$ अवाष्पशील विलेय को $250 g$ बेंजीन में घोला जाता है तो वाष्पदाब घटकर $120 mm$ हो जाता है। विलेय का आण्विक भार है (विलायक का अणु भार $=$ 78) :-
[1995]
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एक आदर्श विलयन जिसमें अवाष्पशील विलेय के $0.2$ मोल तथा विलायक के $0.8$ मोल हैं, का वाष्प दाब दिए गए ताप पर $Hg$ का $60 mm$ है। समान ताप पर शुद्ध विलायक का वाष्प दाब है :-
सूक्रोज का $68.5 g$ जल के $1000 g$ में घुलाकर सूक्रोज (मोलर द्रव्यमान $=342 g mol ^{-1}$ ) का विलयन बनाया गया है। प्राप्त विलयन का हिमांक होगा।$\left(K_{ f }\right.$ जल $\left.=1.86 k kg mol ^{-1}\right)$.
एक अवाष्पशील विलेय का $5 \%$ विलयन यूरिया (अणु द्रव्यमान 60) के $10 g per dm ^3$ के विलयन के साथ सम परासरी है। अवाष्पशील विलेय का अणु-द्रव्यमान निम्नलिखित में से है :-
एक आयनिक यौगिक $Co \left( NH _3\right)_5\left( NO _2\right) Cl$ का एक $0.0020 m$ जलीय विलयन $-0.00732^{\circ} C$ पर हिमीभूत होता है। आयनों के मोलों की संख्या, जो 1 मोल आयनिक यौगिक पानी में घुलाने पर पैदा करेगा, होगी, $\left( K _{ f }=-1.86^{\circ} C / m \right):-$
एक विलयन में $M _2$ अणु द्रव्यमान का अवाष्पशील विलेय है। परासरण दाब के पद में विलेय के अणु-द्रव्यमान की गणना में निम्नलिखित में से किस का प्रयोग किया जा सकता है।
यूरिया (अणु भार $56 g / mol ^{-1}$ ) के विलयन को वायुमण्डलीय दाब पर $100.18^{\circ} C$ ताप पर गर्म किया जाता है। यदि जल के $K _{ f }$ तथा $K _{ b }$ क्रमशः $1.86$ तथा $0.512 K$ कि.ग्राम/मोल है तो दिया विलयन किस ताप पर जमेगा?