$5 \ cm$ लंबाई के छड़ चुंबक के केंद्र से $50 \ cm$ की दूरी पर स्थित बिंदु पर, विषुवतीय एवं अक्षीय स्थितियों के लिए चुंबकीय क्षेत्र का परिकलन कीजिए। छड़ चुंबक का चुंबकीय आघूर्ण $0.40 A m^2$, जैसा कि उदाहरण $5.2$ में है।
उदाहरण - 5.4
Download our app for free and get startedPlay store
SELF STUDY
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    विषुवत रेखा पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण लगभग 0.4 G है। पृथ्वी के चुंबक के द्विध्रुव आघूर्ण की गणना कीजिए।
    View Solution
  • 2
    एक परिनालिका के क्रोड में भरे पदार्थ की आपेक्षिक चुंबकशीलता $400$ है। परिनालिका के विद्युतीय रूप से पृथक्कृत फेरों में $2\ A$ की धारा प्रवाहित हो रही है। यदि इसकी प्रति $1m$ लंबाई में फेरों की संख्या $1000$ है तो
    1. $H,$
    2. $M,$
    3. $B$ एवं
    4. चुंबककारी धारा $ I_m$
      की गणना कीजिए।
    View Solution
  • 3
    किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव $0.26 G$ है एवं नमन कोण $60^\circ$ है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र क्या है?
    View Solution
  • 4
    एक चुम्बकीय सुई चुम्बकीय याम्योत्तर के समान्तर एक ऊर्ध्वाधर तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है। इसका उत्तरी धुव क्षैतिज से $22^\circ$ के कोण पर नीचे की ओर झुका है। इस स्थान पर चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज अवयव का मान $0.35\ G$ है। इस स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण ज्ञात कीजिए।
    View Solution
  • 5
    एक परिनालिका में पास-पास लपेटे गए 800 फेरे हैं तथा इसका अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल 2.5 $\times 10^{-4} \mathrm{~m}^{2} $ है और इसमें 3.0 A धारा प्रवाहित हो रही है। समझाइए कि किस अर्थ में यह परिनालिका एक छड़ चुम्बक की तरह व्यवहार करती है? इसके साथ जुड़ा हुआ चुम्बकीय आघूर्ण कितना है?
    View Solution
  • 6
    एक परिनालिका ऊर्ध्वाधर दिशा के परितः घूमने के लिए स्वतंत्र हो और इस पर क्षैतिज दिशा में एक $0.25\ T$ का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र लगाया जाए, तो इस परिनालिका पर लगने वाले बल आघूर्ण का परिमाण उस समय क्या होगा, जब इसकी अक्ष आरोपित क्षेत्र की दिशा से $30^\circ$ का कोण बना रही हो?
    View Solution
  • 7
    क्षैतिज तल में रखे एक छोटे छड़ चुम्बक का अक्ष, चुम्बकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के अनुदिश है। सन्तुलन बिन्दु चुम्बक के अक्ष पर, इसके केन्द्र से 14 सेमी. दूर स्थित है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुम्बकीय क्षेत्र 0.36 G एवं नति कोण शून्य है। चुम्बक के अभिलम्ब समद्विभाजक पर इसके केन्द्र से उतनी ही दूर (14 सेमी.) स्थित किसी बिन्दु पर परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र क्या होगा?
    View Solution
  • 8
    दक्षिण अफ्रीका में किसी स्थान पर एक चुम्बकीय सुई भौगोलिक उत्तर से $12^\circ$ पश्चिम की ओर संकेत करती है। चुम्बकीय याम्योत्तर में संरेखित नतिवृत्त की चुम्बकीय सुई का उत्तरी धुव क्षैतिज से $60^\circ$ उत्तर की ओर संकेत करता है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव मापने पर $0.16\ G$ पाया जाता है। इस स्थान पर पृथ्वी के क्षेत्र का परिमाण और दिशा बताइए।
    View Solution
  • 9
    चित्र में, चुंबकीय सुई का चुंबकीय आघूर्ण $6.7 \times 10^{-2} A m^2$ और जड़त्वाघूर्ण $g = 7.5 \times 10^{-6} \ kg m^2$ है। यह $6.70 s$ में $10$ पूरे दोलन करती है। चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण क्या है?
    Image
    View Solution
  • 10
    एक परिनालिका जिसमें पास$-$पास $2000$ फेरे लपेटे गए हैं तथा जिसके अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $1.6 \times 10^{-4} m^2$ है और जिसमें $4.0\ A$ की धारा प्रवाहित हो रही है, इसके केन्द्र से इस प्रकार लटकायी गई है कि यह एक क्षैतिज तल में घूम सके।
    1. परिनालिका के चुम्बकीय आघूर्ण का मान क्या है$?$
    2. परिनालिका पर लगने वाला बल एवं बल आघूर्ण क्या है, यदि इस पर, इसकी अक्ष से $30^\circ$ का कोण बनाता हुआ $7.5 \times 10^{-2}\ T$ का एकसमान क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र लगाया जाए$?$
    View Solution