$500 \mathrm{ml}$ नाइट्रोजन को $27^{\circ} \mathrm{C}$ से $-5^{\circ} \mathrm{C}$ तक समान दाब पर ठंडा किया जाता है। नया आयतन हो जाता है :-
[1995]
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(b) आरंभिक आयतन $=500 \mathrm{ml}$; आरंभिक ताप $\left(\mathrm{T}_{1}\right)=27^{\circ} \mathrm{C}=300 \mathrm{~K}$
अंतिम ताप $\left(\mathrm{T}_{2}\right)=-5^{\circ} \mathrm{C}=268 \mathrm{~K}$.
चार्ल्स नियम के अनुसार गैस का नया आयतन =
$\frac{\mathrm{V}_{1}}{\mathrm{~T}_{1}}=\frac{\mathrm{V}_{2}}{\mathrm{~T}_{2}}$ or $\frac{500}{300}=\frac{\mathrm{V}_{2}}{268}$
$\mathrm{V}_{2}=\frac{500}{300} \times 268=446.66 \mathrm{ml}$
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$129^{\circ} \mathrm{C}$ पर एक $0.03 \mathrm{~m}^{3}$ पात्र में $6.0 \mathrm{~g}$ मीथेन गैस द्वारा लगाया गया दाब है। (परमाणु संहति : $\mathrm{C}=12.01,$ $\mathrm{H}=1.01$ तथा $\left.\mathrm{R}=8.314 \mathrm{JK}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}\right)[2010 \mathrm{(M)}]$
एक बन्द फ्लास्क में $0^{\circ} \mathrm{C}$ पर जल की तीनों अवस्थाएँ ठोस, तरल व गैस उपस्थित है। इस अवस्था में जल $\begin{array}{llllll}\text { के अणुओं } & \text { की } & \text { औसत } & \text { गतिज } & \text { ऊर्जा } & \text { I1992 }\end{array}$
किस स्थिति में आदर्श गैस का शुद्ध नमूना न केवल एक atm दाब उत्पन्न करता है बल्लि एक मोल प्रति लीटर सान्द्रता भी उत्पन्न करता है।
(R = 0.082 लीटर एटमोस्फेयर प्रति मोल डिग्री)
एक गैस आदर्श गैस की तरह व्यवहार करती हुई कही जाती है जब कि $\mathrm{PV} / \mathrm{T}=$ स्थिरांक का सम्बंध स्थापित होता है। आप कब कह सकते हैं कि एक वास्तविक गैस एक आदर्श गैस की तरह व्यवहार करेगी?