आग से उत्पन्न आपदा भी भयानक होती हैं- आग लगने के निम्नलिखित कारण हैं.
(i) खाना पकाते समय-खाना पकाते समय किसी व्यक्ति के मौजूद न होने अथवा स्टोव या खाना पकाने वाली किसी अन्य उपकरण में खराबी के कारण आग लगने से दुर्घटनाएँ होती हैं । कभी-कभी गैस रिसाव होने से भी गैस में आग लग जाती है जिससे दुर्घटनायें हो जाती
(ii) पानी या भोज्य सामग्री गर्म करने वाले उपकरणों से आग लगने की संभावना रहती है। बिजली के हीटर पर खाना बनाते समय भी दुघटनाएँ होती हैं।
(ii) घरों में बिजली की वायरिंग में विद्युत भार से अधिक आपूर्ति किये जाने पर वायरिंग में आग लग जाती हैं जिससे विद्युत उपकरण खराब हो जाते हैं।
(iv) किसी कारखाने में जमा की गई पैकिंग सामग्री, तरल पदार्थ, गैस जैसी ज्वलनशील वस्तु में आग लग जाती है जो विकराल रूप धारण कर लेती है।
(v) बीड़ी और सिगरेट को पीने के पश्चात अथवा ज्वलनशील पदार्थों को जंगलों में फेंकने से भी आग लग जाती है। अफ्रीका के जंगलों में जन जातियों के सामने यह आपदा प्रतिवर्ष आती है।
आग की रोकथाम के उपाय
- घर के भीतर अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ न रखें।
- घर से बाहर जाते समय बिजली के सभी उपकरणों को बन्द कर दें।
- खाना बनाने के बाद गैस को बन्द कर दें।
- एक ही सॉकेट में बहुत सारे उपकरण न लगावें ।
- जिस घर में धुआँ हो वहाँ हाथ, पैर या पेट के बल चलने का अभ्यास करें।
- बिजली के कारण आग लगने पर पानी का प्रयोग कभी भी न करें।
- बच्चों के हाथ में माचिस कभी न दें।
- कारखानों में अग्निशामन यंत्र अवश्य रखें ।
- यथासंभव जल का प्रबंध भी करें।