आनुवंशिक पदार्थ के अणु हेतु आवश्यक चार मानदण्ड निम्न हैं-
(i) यह अपनी प्रतिकृति बनाने में सक्षम है।
(ii) इसे रचना व रासायनिक संगठन के आधार पर स्थित होना चाहिये।
(iii) इसमें धीमे परिवर्तनों (उत्परिवर्तन) की सम्भावना होती है जो विकास के लिये आवश्यक है।
(iv) इसे स्वयं 'मेंडल के लक्षण' के अनुरूप अभिव्यक्त होना चाहिए।