(a) अनुवांशिक लोकस में परिवर्तन, जीन में परिवर्तन कर देता है जिसके कारण इसके लिए कोड बनाने वाला अमीनो अम्ल बदल जाता है। यह संश्लेषित प्रोटीन की प्रकृति को बदल देता है जो जीव में परिवर्तन उत्पन्न कर देता है। DNA प्रतिलिपिकरण व प्रोटीन संश्लेषण की विधि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। DNA टेम्पलेट पर RNA संश्लेषण अनुलेखन कहलाता है।