पिछले तीन दशकों के दौरान भारत में राजनीतिक दलों की सदस्यता का अनुपात धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। उदाहरण के लिए 1967 में यह अनुपात जहाँ 5% के आस-पास था, वह 2004 में बढ़कर 15 प्रतिशत के आस-पास हो गया है। यह अनुपात कनाडा, जापान, स्पेन और दक्षिण कोरिया जैसे विकसित देशों से भी ज्यादा है।