भारत में वैश्वीकरण के किन्हीं तीन प्रभावों को समझाइए।
Download our app for free and get startedPlay store
वैश्वीकरण का अर्थ-विभिन्न देशों के बीच परस्पर सम्बन्ध और तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया ही वैश्वीकरण है। इसमें विश्व के विभिन्न देशों के बाजार एक बाजार के समान कार्य करते हैं।
भारत में वैश्वीकरण के प्रभाव-
वैश्वीकरण के प्रभावस्वरूप बहुराष्ट्रीय कम्पनी ने भारत में अपने निवेश में वृद्धि की है जिससे देश में रोजगार अवसरों में भी वृद्धि हुई है एवं नए रोजगार अवसर उत्पन्न हुए हैं।
वैश्वीकरण के प्रभावस्वरूप शीर्ष भारतीय कम्पनियाँ बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा से लाभान्वित हुई हैं एवं उनका विस्तार विदेशों तक हुआ है।
वैश्वीकरण के कारण उपजी प्रतिस्पर्धा के कारण छोटी औद्योगिक इकाइयाँ बंद हो गई हैं जिससे बेरोजगारी में वृद्धि हुई है।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    वैश्वीकरण में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी की भूमिका को किन्हीं तीन आधार पर स्पष्ट कीजिए।
    View Solution
  • 2
    आयात पर कर को व्यापार अवरोधक के रूप में क्यों जाना जाता है? स्वतंत्रता के बाद भारत सरकार ने विदेशी व्यापार तथा विदेशी निवेशों पर प्रतिबंध क्यों लगाया? तीन कारण दीजिए।
    View Solution
  • 3
    विदेश व्यापार के उदारीकरण की व्याख्या कीजिए।
    View Solution
  • 4
    विश्व व्यापार संगठन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
    View Solution
  • 5
    वैश्वीकरण को सम्भव बनाने वाले प्रमुख दो कारकों की विवेचना कीजिए।
    View Solution
  • 6
    भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्वीकरण के किन्हीं तीन प्रभावों का वर्णन कीजिए।
    View Solution
  • 7
    वैश्वीकरण क्या है? भारत में इसके दो प्रभाव लिखिए।
    View Solution
  • 8
    न्यायसंगत वैश्वीकरण को स्पष्ट कीजिए।
    View Solution