विश्व की प्रारम्भिक सभ्यताओं के काल से ही व्यापार-एवं वाणिज्य परस्पर सम्पर्क का कारण रहा है । यह व्यापार मुख्यतः एक निश्चित मार्ग के माध्यम से होता था । परन्तु विश्व के कई ऐसे क्षेत्र थे, जिनमें जन जीवन तो विद्यमान था लेकिन शेष विश्व से उनका जुड़ाव नहीं था, जैसे-अमेरिका, अफ्रिका, आस्ट्रेलिया तथा एशिया के कुछ हिस्से । इन्हीं क्षेत्रों की समुद्री मार्ग द्वारा खोज हुई या समुद्री यात्रा से इन नए-नए देशों का पता लगा जिसे भौगोलिक खोज कहते हैं।
भौगोलिक खोजों के कारण विश्व की दूरियाँ कम हो गई। इस घटना ने पहली बार लोगों को संसार के वृहत भूखण्ड से परिचित कराया और विश्व के देश एक-दूसरे के सम्पर्क में आये। एशिया और यूरोप की विभिन्न सभ्यताओं का जो पहले से अलग थी, परस्पर संपर्क स्थापित हुआ। यूरोप वालों ने अपनी सभ्यता-संस्कृति, धर्म एवं साहित्य का प्रचार-प्रसार किया । इसके कारण लोगों में आपसी भेद-मतभेद दोनों तरह की भावनाओं का विकास हुआ; फलत: इसी प्रकार की दूरियाँ कम हुईं।