आजादी से पूर्व भारत में जूट के 40 कारखाने थे जो अधिकांशतः प. बंगाल और बिहार में ही केन्द्रित थे। लेकिन आजादी के बाद अधिकतर क्षेत्र बंगलादेश में चले गये। बिहार में जूट के तीन बड़े कारखाने हैं -कटिहार, पूर्णिया एवं दरभंगा में वर्तमान में सिर्फ कटिहार का कारखाना कार्यरत है।