(b) पुष्पीय पौधे में अण्डाशय में बीजाण्डों की व्यवस्था बीजाण्ड विन्यास कहलाता है। सीमान्त बीजाण्ड विन्यास में बीजाण्ड लम्बवत् सुचर से विकसित होता है जहाँ अण्डाशयभित्ति के सीमान्त भाग समेकित होते हैं। उदाहरण मटर, चना एपीकल बीजाण्डविन्यास में, एकल बीजाण्ड, अण्डाशय एक कोष्ठीय (केनाबिस) होता है। परिभित्तीय बीजाण्डविन्यास में अण्डाशय एक कोष्ठीय युक्ताण्डप होता है। उदाहरण निम्फिया