Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
एक दण्ड चुम्बक उत्तर-दक्षिण दिशा में इस प्रकार रखा जाता है कि उसका उत्तरी ध्रुव उत्तर की ओर है। शून्य चुम्बकीय क्षेत्र के बिन्दुओं की दिशा चुम्बक के केन्द्र से किस ओर होगी-
एक चुम्बकीय लोहे के तार की लम्बाई l एवं चुम्बकीय आघूर्ण m है। यदि इसे L आकृति में मोड़ने पर इसकी प्रत्येक भुजा समान लम्बाई की रहती है तो नवीन आकृति का चुम्बकीय आघूर्ण होगा-
किसी चुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर रखी चुम्बकीय सुई को 60° घुमाने में W कार्य करना पड़ता है। इस स्थिति में सुई को बनाये रखने के लिये आवश्यक बल आघूर्ण होगा-