किसी धारावाही परिनालिका के उपयोग द्वारा स्थायी विद्युत चुम्बक प्राप्त करने की अवस्थाएँ निम्नलिखित हैं-
कोई चुंबकीय दिक्सूची चित्र में दर्शाए अनुसार कागज़ के तल में बिंदु A के समीप रखी है। किसी सीधे धारावाही चालक को बिंदु A से गुजरते हुए किस तल में रखें ताकि दिक्सूची के विक्षेप में कोई परिवर्तन न हो? किस स्थिति में विक्षेप अधिकतम होगा और क्यों?