दक्षिण-हस्त अंगुष्ठ नियम में अंगूठे की दिशा क्या निर्दिष्ट करती है? यह नियम किस प्रकार फ्लेमिंग वामहस्त नियम से भिन्न है?
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दक्षिण-हस्त अंगुष्ठ नियम में अंगूठे की दिशा सीधे धारावाही चालक में, जिसे हाथ में इस प्रकार पकड़ा गया हो कि अँगुलियाँ चालक के चारों ओर लिपटी हों, धारा की दिशा निर्दिष्ट करती है, जबकि फ्लेमिंग का वामहस्त नियम बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र में रखे धारावाही चालक पर लगने वाले बल की दिशा बताता है।
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मीना किसी धारावाही वृत्ताकार पाश के अक्ष के निकट चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ खींचती है। वृत्ताकार पाश के केंद्र से दूर जाने पर वह यह प्रेक्षण करती है कि चुंबकीय रेखाएँ अपसरित हो रही हैं। आप उसके प्रेक्षण का स्पष्टीकरण कैसे करेंगे?
कोई चुंबकीय दिक्सूची चित्र में दर्शाए अनुसार कागज़ के तल में बिंदु A के समीप रखी है। किसी सीधे धारावाही चालक को बिंदु A से गुजरते हुए किस तल में रखें ताकि दिक्सूची के विक्षेप में कोई परिवर्तन न हो? किस स्थिति में विक्षेप अधिकतम होगा और क्यों?
ऐसे चार साधित्रों के नाम लिखिए जिनमें विद्युत मोटर, विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित करने वाली घूर्णीयुक्ति का उपयोग एक महत्वपूर्ण अवयव के रूप में किया जाता है। विद्युत मोटर किस प्रकार जनित्र से भिन्न होती हैं?
चित्र में दर्शाए अनुसार कागज़ के तल में कोई धारावाही चालक $AB$ स्थित है। इसके द्वारा उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र के बिंदुओं $P$ तथा $Q$ पर दिशाएँ क्या हैं? दिया हुआ है कि $r_1 > r_2$ है, तब चुंबकीय क्षेत्र की प्रबलता कहाँ पर अधिक होगी?
किसी धारावाही तार के निकट चुंबकीय दिक्सूची रखने पर यह विक्षेप दर्शाती है। यदि तार में प्रवाहित धारा में वृद्धि कर दी जाए, तो दिक्सूची के विक्षेप पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? कारण सहित उत्तर की पुष्टि कीजिए।