व्हीट $-$ स्टोन सेतु संतुलन अवस्था में है।
$ \therefore R=\frac{6 \times 9}{6+9}=\frac{18}{5}$
$I=\frac{V}{R}=\frac{1 \times 5}{18}$
$=\frac{5}{18} V . $
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$10^{-2} kg$ द्रव्यमान के किसी कण पर $5 \times 10^{-8} C$ का आवेश है। इस कण को विद्युत क्षेत्र $\bar{E}$ और चुम्बकीय क्षेत्र $\vec{B}$ की उपस्थिति में $10^{-5} ms ^{-1}$ का क्षैतिज वेग दिया जाता है। कण के क्षैतिज दिशा में गति करते रहने के लिये यह आवश्यक है कि
(1) $\vec{B}$ वेग की दिशा के लम्बवत् और $\bar{E}$ वेग की दिशा के अनुदिश हो
(2) $\vec{B}$ और $\vec{E}$ दोनों ही वेग की दिशा के अनुदिश हो
(3) $\vec{B}$ और $\vec{E}$ दोनों आपस में और वेग की दिशा के लम्बवत् हों
(4) $\vec{B}$ वेग की दिशा को अनुदिश और $\vec{E}$ उसके लम्बवत् हो
निम्नलिखित प्रकथनों के युग्मों में से कौन सा संभव है?
एक सैल को पोटैंशियोमीटर तार के $110$ और $100$ से.मी. के प्रति क्रमानुसार $10 \Omega$ के प्रतिरोध से शंटित और न शंटित अवस्था में संतुलित किया जा सकता है। सैल का आंतरिक प्रतिरोध होगा:
निम्नांकित में से कौन से आबंध से ऐसे ठोस का निर्माण होता है जो दृश्य क्षेत्र में प्रकाश को परावर्तित करता है, और जिसकी वैद्युत चालकता ताप के साथ कम होती है तथा जिसका उच्च गलनांक होता है?
एक वलय, एक तार जिसका प्रतिरोध $R_0=12 \Omega$ से बना है। इस वलय में ऐसे किन दो बिन्दुओं $A$ और $B$ जैसा कि चित्र में दिखाया गया है, पर धारावाही चालक को जोड़ा जाय ताकि, इन दो बिन्दुओं के बीच उप परिपथ का प्रतिरोध $R =\frac{8}{3} \Omega$ हो।
40 विद्युत बल्ब $220 V$ सप्लाई के साथ श्रेणी क्रम में जोड़े गये। कुछ समय बाद 1 बल्ब खराब हो गया तथा बचे हुए 39 बल्ब फिर समान सप्लाई के साथ श्रेणी क्रम में जोड़े गये। तीव्रता होगी :