(c) रोगी पादप के शीर्ष और अक्षीय विभज्योतक दोनों ही विषाणु से तीव्र वृद्धि के कारण मुक्त रहते हैं। ऊतक संवर्धन तकनीक द्वारा रोगी पादप से स्वस्थ पादपों को प्राप्त करने के लिए, रोगी पादप के इन्हीं भागों का उपयोग में लाया जाता है। शीर्ष एवं अक्ष्तीय क्षेत्र (भाग) में सशक्त इन्टफीरोन क्रिया-कलाप होते रहते हैं। ये ऊतक अपने चारों और अपारगम्य सुरक्षात्मक आवरण निर्मित कर लेते हैं, जो रोगकारक द्वारा बाधित करना आसान नहीं होता।