(b) अंगूर की मृदुरोमिल आसिता का संबंध एक लोकप्रिय कवकनाशी के रूप में बोर्डो मिक्शचर की खोज के साथ रहा है। बोर्डों मिक्शचर की खोज 1812 में फ्रांस के मिलारडेट ने की। बोर्डो मिक्शचर 5 लीटर जल में 40 ग्राम कापर सल्फेट एवं 40 ग्राम कैल्सियम हाइड्राक्साइड को घोलने से होता है। प्राथमिक रूप से बोर्डो मिक्शचर का उपयोग एक कवकनाशी के रूप में होता है। इसका पहला उपयोग एक एक कवक प्लाज्मोपैरा विटिकोला द्वारा जनित अंगूर की मृददुरोमिल आसिता रोग के नियंत्रण में हुआ था यह पहला व्यावसायिक रूप से प्रयुक्त कवकनाशी है।