एक प्रिज्म का अपवर्तक कोण $60^{\circ}$ है। इसमें एक पृष्ठ से आपतित अभिलम्बवत प्रकाश किरण, दूसरे पृष्ठ को स्पर्श करती हुई पारगमित होती है। प्रिज्म के पदार्थ का क्रान्तिक कोण ज्ञात कीजिए।
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स्वप्रयत्न
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यदि प्रकाश की एक किरण हवा से काँच के पृष्ठ पर $45^{\circ}$ पर आपतित हो तो यह $15^{\circ}$ विचलित होती है। काँच-हवा पृष्ठ के लिए क्रान्तिक कोण की गणना कीजिए।
एक उभयोत्ल लेन्स 1.5 अपवर्तनांक के काँच से बना है। इसके दोनों पृष्ठों की वक्रता त्रिज्याएँ 20 सेमी हैं। लेन्स की क्षमताओं का अनुपात ज्ञात कीजिए, जब इसे हवा में रखा जाए और जब इसे 1.25 अपवर्तनांक के द्रव में डुबाया जाए।
$f _1$ फोकस दूरी का उत्तल लेन्स $f _2$ फोकस दूरी के अवतल लेन्स के सम्पर्क में रखा है। संयुक्त लेन्स की फोकस दूरी एवं प्रकृति ज्ञात कीजिए, जब $f _1< f _2$
काँच $\left( a ^{ n _{ g }}=\frac{3}{2}\right)$ के पतले प्रिज्म द्वारा प्रकाश किरण का अल्पतम विचलन कोण $60^{\circ}$ है। यदि प्रिज्म को जल $\left({ }_a n_g=\frac{4}{3}\right)$ में डुबों दिया जाए, तो विचलन कोण कितना हो जाएगा?
किसी प्रकाशिक माध्यम की विक्षेपण क्षमता की परिभाषा दीजिए। फ्लिण्ट काँच के लिए बैगनी पीले तथा लाल रंगों के प्रकाश के लिए अपवर्तनांक कमश: $1.632,1.620$ तथा 1.613 है। फ्लिण्ट काँच के पदार्थ की विक्षेपण क्षमता ज्ञात कीजिए।