एथिलीन ग्लाइकॉल $(C_2H_6O_2)$ के मोल$-$अंश की गणना करो यदि विलयन में $C_2H_6O_2$ का $20\%$ द्रव्यमान उपस्थित हो।
उदाहरण - 2.1
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$1.06\ g\ mL^{-1}$ घनत्व वाले ऐसीटिक अम्ल $(CH_3COOH)$ के $0.6\ mL$ को $1$ लीटर जल में घोला गया। अम्ल की इस सांद्रता के लिए हिमांक में अवनमन $0.0205^\circ C$ प्रेक्षित किया गया। अम्ल के लिए वान्ट हॉफ गुणक एवं वियोजन स्थिरांक का परिकलन कीजिए।
$CH_2FCOOH$ के $19.5\ g$ को $500\ g\ H_2O$ में घोलने पर जल के हिमांक में $1.0 ^\circ C$ का अवनमन देखा गया। फ्लुओरोएसीटिक अम्ल का वान्ट हॉफ गुणक तथा वियोजन स्थिरांक परिकलित कीजिए।
संघटनों के संपूर्ण परास में बेन्जीन तथा टॉलूईन आदर्श विलयन बनाते हैं। 300 K पर शुद्ध बेन्जीन तथा टॉलूईन का वाष्प दाब क्रमश: 50.71 mm Hg तथा 32.06 mm Hg है। यदि 80 g बेन्जीन को 100 g टॉलूईन में मिलाया जाये तो वाष्प अवस्था में उपस्थित बेन्जीन के मोल-अंश परिकलित कीजिए।
एक विलयन जिसे एक अवाष्पशील ठोस के 30 g को 90 g जल में विलीन करके बनाया गया है। उसका 298 K पर वाष्प दाब 2.8 kPa है। विलयन में 18 g जल और मिलाया जाता है जिससे नया वाष्प दाब 298 K पर 2.9 kPa हो जाता है। निम्नलिखित की गणना कीजिए।
यदि $N_2$ गैस को $293 K$ पर जल में से प्रवाहित किया जाए तो एक लीटर जल में कितने मिलीमोल $N_2$ गैस विलेय होगी? $N_2$ का आंशिक दाब $0.987 bar$ है तथा $293\ K$ पर $N_2$ के लिए $K_H$ का मान $76.48\ kbar$ है।
प्रयोगशाला कार्य के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला सांद्र नाइट्रिक अम्ल द्रव्यमान की दृष्टि से नाइट्रिक अम्ल का $68\%$ जलीय विलयन है। यदि इस विलयन का घनत्व $1.504\ g\ mL^{-1}$ हो तो अम्ल के इस नमूने की मोलरता क्या होगी?