1848 में खाद्यान्नों की कमी तथा व्यापक बेरोजगारी से दु:खी पेरिसवासी सड़कों पर निकल पड़े और फ्रांस के सम्राट को फ्रांस छोड़कर भागना पड़ा। राष्ट्रीय सभा ने फ्रांस में गणतन्त्र की घोषणा कर दी तथा 21 वर्ष से ऊपर सभी वयस्क पुरुषों को मताधिकार प्रदान किया और काम के अधिकार की गारण्टी दी।