1815 के पश्चात् यूरोप में विकसित नवीन रूढ़िवाद इस बात पर बल देता था कि राज्य और समाज की स्थापित पारम्परिक संस्थाएँ, जैसे-राजतन्त्र, चर्च, सामाजिक ऊँच-नीच, सम्पत्ति और परिवार को बनाए रखना चाहिए। साथ ही उसकी मान्यता थी कि आधुनिकीकरण राजतन्त्र को मजबूत बनाने में सहायक था।