हाशियाकरण के कारण- हाशियाकरण किसी एक ही दायरे में महसूस नहीं होता। आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक सभी दायरे समाज के कुछ तबकों को हाशियायी महसूस करने के लिए विवश करते हैं। यथा-
(1) सामाजिक कारण- हाशियाकरण के सामाजिक कारण ये हो सकते हैं कि वे एक अलग भाषा बोलते हैं, अलग रीति-रिवाज अपनाते हैं या बहुसंख्यक समुदाय के मुकाबले किसी दूसरे धर्म के हैं।
(2) आर्थिक कारण- हाशियाकरण का आर्थिक कारण गरीबी है। गरीबी के कारण, सामाजिक हैसियत में 'कमतर' माने जाने की वजह से और शेष लोगों के मुकाबले कमतर मनुष्य के रूप में देखे जाने की वजह से खुद को हाशिये पर महसूस करते हैं।
(3) राजनैतिक कारण- कई बार हाशियायी समूहों को लोग दुश्मनी और डर के भाव से भी देखते हैं। फासले और अलग-थलग किए जाने का यह अहसास उन्हें संसाधनों और अवसरों का फायदा उठाने से रोक देता है। फलस्वरूप हाशियायी समुदाय अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने में चूक जाता है। उसे समाज के ऐसे ताकतवर और वर्चस्वशाली तबकों के मुकाबले शक्तिहीनता और पराजय का अहसास रहता है जिनके पास जमीन है, धन-दौलत है, जो ज्यादा पढ़े-लिखे और राजनीतिक रूप से ज्यादा ताकतवर हैं।