हीरालाल शास्त्री-इनका जन्म 24 नवम्बर, 1899 को जयपुर के जोबनेर कस्बे में हुआ। अर्जुनलाल सेठी के सम्पर्क में आने के बाद इन्होंने राजकीय सेवा से त्याग पत्र दे दिया। संविधन सभा में इन्होंने सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार की वकालत की थी। शास्त्रीजी ने टोंक जिले की निवाई तहसीन के वनस्थली ग्राम में जीवन कुटीर नामक संस्था की स्थापना की, जिसके माध्यम से सेवा की दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य किया। इसके पश्चात् वे जयपुर प्रजामंडल से जुड़े रहे। ये अखिल भारतीय देशी राज्य लोक परिषद् के प्रधानमंत्री और बाद में राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री बने।