वन हमारी दुनिया की जीवनरेखा हैं, उनके बगैर हम पृथ्वी पर जिंदगी का पहिया घूमने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हमारे ग्रह को पेड़ जो सेवाएँ देते हैं, उनकै ? सूची बहुत लंबी है—वे इंसानों और दूसरे जानवरों के छोड़े हुए कार्बन को सोखते हैं, जमीन पर मिट्टी की परत को बनाए रखने का काम करते हैं, पानी के चक्र के नियमितीकरण में भी इनका अहम योगदान है, इसके साथ पेड़ प्रकृति और इंसान के खान-पान के सिस्टम को चलाते हैं और न जाने कितनी प्रजातियों को भोजन प्रदान करते हैं। इसके अलावा ये दुनिया के अनगिनत जीवों को आश्रय देते हैं। निर्माण सामग्री यानी लकड़ी के रूप में ये इंसानों को अपना घर बनाने के लिए भी मदद करते हैं।
पेड़ हमारे लिए इतने काम के हैं, फिर भी हम इन्हें बेरहमी से काटते रहते हैं, जैसे कि इनकी इस धरती के लिए कोई उपयोगिता ही नहीं है। अगर हम धरती पर मौजूद सभी पेड़ काट डालते हैं, तो इससे प्रलय आने के अतिरिक्त किसी अन्य स्थिति की कल्पना नहीं की जा सकती है। हम ऐसी धरती पर रह रहे होंगे, जो जिंदगी को सहारा नहीं दे सकेगी। दुनिया इतनी भयानक होगी कि वहाँ किसी जीव के पनपने का तो दूर, मौजूदा जीवों के जीने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पेड़ों के साथ ही धरती पर मौजूद ज्यादातर जिंदगी समाप्त हो जाएगी, जंगलों में रहने वाले जीव भी मर जाएँगे, जो पेड़ों पर ही निर्भर हैं। धरती की जलवायु में भी बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिलेगा।