समुद्र का पानी जब ऊपर उठे और तटवर्ती भूमि को डूबी दे तो इसे ज्वार कहते हैं। फिर यह समुद्र जल कम होकर पीछे लौट जाय तब इसे भाटा कहते हैं । यह प्रतिदिन होता है। पहली बार ज्वार उठता है और बाद में भाटा होता है।
सूर्य और चन्द्रमा के गुरुत्वाकर्षण के कारण महीना में दो बार ज्वार-भाटा आता जाता है। अर्द्ध मासिक ज्वार ऊँचा होता है, जिसके बल पर बड़े-बड़े जहाज आंतरिक पत्तनों तक पहुँच जाते हैं । फिर वह भाटा के समय लौटकर समुद्र में चले जाते हैं ।