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हाइड्रोजन के समान किसी परमाणु में $n=3$ अवस्था से $n=1$ अवस्था में संक्रमण से पराबैगनी विकिरणों का उत्सर्जन होता है। इसी परमाणु में अवरक्त किरणों का उत्सर्जन होगा यदि संक्रमण हो :
रदरफोर्ड के प्रकीर्णन प्रयोग में जब आवेश $Z_1$ और द्रव्यमान $M _1$ का प्रक्षेप्य आवेश $Z _2$ और द्रव्यमान $M _2$ के लक्ष्य केन्द्रक तक पहुँचता है तो निकटतम पहुँच की दूरी $I _0$ होती है। प्रक्षेप्य की ऊर्जा :-
हाइड्रोजन परमाणु की आद्य अवस्था में इलैक्ट्रॉन की आयनन ऊर्जा $13.6 \ eV$ होती है। $6$ तरंग दैर्ध्य की तरंगों की विकिरणों के उत्सर्जन के लिए परमाणुओं को ऊपरी ऊर्जा स्तरों तक उत्तेजित किया जाता है। उत्सर्जित विकिरण का अधिकतम तरंग दैर्ध्य इनमें से किस स्थिति परिर्वतन से सम्बन्धित होगा $:-$