यदि किसान को कृषि उपज मंडियों में भी सही खरीददार नहीं मिलते हैं, तो भी किसान को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। यदि किसान को उसकी उपज का सही दाम देने वाले क्रेता नहीं मिलते, तो ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा 'न्यूनतम समर्थन मूल्य' पर सीधे किसान से उसकी उपज को खरीद लिया जाता है। इस प्रकार से, किसानों के उनकी उपज का सही मूल्य दिलवाने हेतु सरकार द्वारा प्रत्यक्ष तौर पर प्रयास किया जाता है।