किसी माध्यम में डूबे काँच के आयताकार स्लैब पर आपतित कोई प्रकाश किरण अपने स्वयं के समांतर निर्गत क्यों होती है? आरेख द्वारा स्पष्ट कीजिए।
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विभिन्न माध्यमों में प्रकाश के वेग में विविधता के कारण, एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर प्रकाश किरण मुड़ती है। क्योंकि प्रतिक्रिया के लिए दो अन्तरापृष्ठ हैं जो एक दूसरे के समान्तर हैं। प्रकाश किरणों को इन पर समान परिमाण में तथा विपरीत दिशाओं में झुकना चाहिए। अतः निर्गत किरण, आपतित किरण के समान्तर निकलती है।
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20 cm फोकस दूरी का कोई उत्तल लेंस आवर्धित आभासी प्रतिबिंब के साथ-साथ आवर्धित वास्तविक प्रतिबिंब भी बना सकता है। क्या यह कथन सही है? यदि हाँ, तो दोनों प्रकरणों में प्रतिबिंब प्राप्त करने के लिए बिंब को कहाँ रखा जाना चाहिए?
प्रकरणों में गोलीय दर्पण अथवा लेंस के रूप में युक्ति की पहचान कीजिए, जबकि प्रत्येक प्रकरण में आभासी एवं सीधा प्रतिबिंब बनता है बिंब युक्ति और इसके फोकस के बीच है तथा आवर्धित प्रतिबिंब इसके पीछे बनता है।
प्रकरणों में गोलीय दर्पण अथवा लेंस के रूप में युक्ति की पहचान कीजिए, जबकि प्रत्येक प्रकरण में आभासी एवं सीधा प्रतिबिंब बनता है बिंब युक्ति और अनन्त के बीच स्थित है तथा छोटा प्रतिबिंब इस युक्ति के पीछे ध्रुव तथा फोकस के बीच बनता है।
प्रकरणों में गोलीय दर्पण अथवा लेंस के रूप में युक्ति की पहचान कीजिए, जबकि प्रत्येक प्रकरण में आभासी एवं सीधा प्रतिबिंब बनता है बिंब युक्ति और अनन्त के बीच स्थित है तथा छोटा प्रतिबिंब प्रकाशिक केन्द्र तथा फोकस के बीच उसी ओर बनता है जिस ओर बिंब स्थित है।
किसी माध्यम का अपवर्तनांक प्रकाश की चाल से किस प्रकार संबंधित है? किसी एक माध्यम का किसी अन्य माध्यम के सापेक्ष अपवर्तनांक इन दोनों माध्यमों में प्रकाश की चाल से किस प्रकार संबंधित है। इसे व्यंजक द्वारा व्यक्त कीजिए।
दो समतल दर्पणों की किसी व्यवस्था द्वारा किस स्थिति में, चाहे आपतन कोण कुछ भी हो, आपतित किरण और परावर्तित किरण सदैव एक दूसरे के समान्तर होंगी? इसे आरेख द्वारा दर्शाइए।
किसी पेंसिल को जब जल से भरे गिलास में डुबोते हैं तो वह वायु तथा जल के अंतरापृष्ठ पर मुड़ी हुई प्रतीत होती है। यदि इस पेंसिल को जल के स्थान पर किरोसिन अथवा तारपीन के तेल में डुबोएँ तो क्या यह इनमें भी इतनी ही मुड़ी प्रतीत होगी? अपने उत्तर की व्याख्या आरेख सहित कीजिए।