प्रतान पौधे का एक संवेदनशील हिस्सा है। वृद्धि करता प्रतान किसी सहारे के स्पर्श को संसूचित करता है तब ऑक्सिन नामक पादप हार्मोन सहारे की विपरीत दिशा में गतिशील होता है तथा कोशिकाओं की लंबाई में वृद्धि करता है। तब ऑक्सिन विसरित होकर प्ररोह के सहारे की दिशा के विपरीत दिशा में जाता है। प्ररोह के सहारे से दूर वाली दिशा में ऑक्सिन का सांद्रण कोशिकाओं को लंबाई में बढ़ने के लिए उद्दीप्त करता है। जब प्रतान किसी आधार के संपर्क में आते हैं तो प्रतान का वह भाग तेज़ी से वृद्धि करता है जो वस्तु से दूर रहता है और वह वस्तु को चारों ओर से जकड़ लेता है।