क्योंकि लोग खेतों में अत्यधिक मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करते हैं और उर्वरकों की अतिरिक्त मात्रा वर्षा में पानी के साथ बहकर झील में पहुँच जाती है। क्योंकि उर्वरकों में फॉस्फेट तथा नाइट्रेट उपस्थित होते हैं, अतः झील (जल-स्त्रोत) में इन रसायनों की प्रचुरता हो जाती है। ये रसायन जलीय पौधों की मुक्त वृद्धि को प्रेरित करते हैं और झील की सतह पौधों से पूरी तरह से ढक जाती है। (सुपोषण)
जलस्त्रोत में प्रकाश की कमी तथा घुलित ऑक्सीजन तथा पोषक तत्वों की अपर्याप्त उपलब्धता के परिणामस्वरूप मछलियों की मृत्यु हो जाती है।