क्षेत्र अध्ययन विधि में लोगों से प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्नों को
आवश्यकता के अनुसार पहले ही शिक्षक की सहायता से तैयार कर लिया जाता है। सर्वेक्षण के लिए अनेक प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। प्रश्नों की प्रकृति, वांछित आँकड़ों की प्रकृति तथा वहाँ के लोगों की पृष्ठभूमि पर निर्भर करती है।
कुछ प्रश्नों के उत्तर ‘हाँ’ या ‘नहीं’ में होगा । बहुविकल्प वाले प्रश्नों के उत्तर में कुछ विकल्प दिए जाते हैं उनमें से केवल एक ही सही होता है। प्रश्नावली के द्वारा जानकारी इकट्ठा इकट्ठी की और प्राप्त आँकड़ों का अध्ययन कर प्रतिवेदन तैयार किया जाता है । जैसे-बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का अध्ययन किसी गाँव या नगर की भूमि के उपयोग में क्या परिवर्तन आया है?
नगर में वाहनों की संख्या में वृद्धि से प्रदूषण के स्तर में कितनी वृद्धि हुईं। इस तरह की प्रश्नावली तैयार की जाती है।