हाँ, आज अधिकतर देशों में सामाजिक अन्तर अस्तित्व रखते हैं। देश बड़ा हो या छोटा, इससे खास फर्क नहीं पड़ता। भारत और बेल्जियम इसके उदाहरण हैं। जर्मनी और स्वीडन जैसे समरूप समाज में भी, दुनिया के दूसरे हिस्सों से पहँचने वाले लोगों के कारण तेजी से बदलाव हो रहा है।