लैन्थेनॉयडों तथा ऐक्टिनॉयडों के गुणों में भिन्नताओं का वर्णन कीजिए।
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स्वप्रयत्न
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Similar Questions

  • 1
    उदाहरण देते हुए संक्रमण धातुओं के रसायन के निम्नलिखित अभिलक्षणों के कारण बताइए-
    (अ) संक्रमण धातु का निम्नतम ऑक्साइड क्षारकीय हैं, जबकि उच्चतम ऑक्साइड उभयधर्मी या अम्लीय है।
    (ब) संक्रमण धातु की उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था ऑक्साइडों तथा फ्लुओराइडों में प्रदर्शित होती है।
    (स) धातु के ऑक्सो ऋणायनों में उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित होती है।
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  • 2
    d खण्ड (संक्रमण तत्व) के तत्वों की परिवर्ती ऑक्सीकरण अवस्थाओं की विस्तृत व्याख्या 3d श्रेणी के सन्दर्भ में कीजिए।
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  • 3
    $(अ) \ Cu^{2+}$ आयन के लिए 'प्रचक्रण मात्र' चुम्बकीय आघूर्ण की गणना कीजिए।
    $(ब)$ कारण दीजिए कि $Zn, Cd, Hg$ व $Cn$ संक्रमण तत्व नहीं है।
    $(स) $ मिश्र धातु पीतल के अवयवों के नाम लिखिए।
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  • 4
    लैन्थेनॉयडों के विभिन्न उपयोग बताइए।
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  • 5
    निम्नलिखित को कारण सहित समझाइए$-$
    $(अ) \ Fe^{+3}$ की प्रबल अनुचुम्बकीय प्रकृति
    $(ब) \ Ce^{+4}$ का प्रबल ऑक्सीकारक व्यवहार
    $(स)$ संक्रमण तत्वों की उच्च कणन एंथेल्पी
    $(द)$ संक्रमण धातु अंतराकाशी यौगिक बनाते है।
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  • 6
    निम्नलिखित को कारण सहित समझाइये-
    (अ) संक्रमण तत्व उत्प्रेरकीय गुण प्रदर्शित करते है।
    (ब) संक्रमण धातु रंगीन आयनों का निर्माण करते है।
    (स) संक्रमण धातु संकुल यौगिक बनाते है।
    (द) संक्रमण तत्व परिवर्तनशील ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करते है।
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  • 7
    लैन्थेनॉयडों तथा ऐक्टिनॉयड्डों में क्या समानताएँ हैं?
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  • 8
    3d श्रेणी की उच्चतम ऑक्सीकरण अवस्थाओं के स्थायित्व की व्याख्या कीजिए।
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  • 9
    d-तथा f- ब्लॉक के तत्वों के अनुप्रयोग लिखिए |
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  • 10
    आप निम्नलिखित को किस प्रकार से स्पष्ट करेंगे$-$
    $(अ) \ d^4$ स्पीशीज में से $Cr^{2+}$ प्रबल अपचायक है, जबकि मैंगनीज $(III)$ प्रबल ऑक्सीकारक है।
    $(ब)$ जलीय विलयन में $Co \ (II)$ स्थायी है, परन्तु संकुलनकारी अभिकर्मकों की उपस्थिति में यह सरलतापूर्वक ऑक्सीकृत हो जाती है।
    $(स) $आयनों का $d^1$ विन्यास अत्यन्त अस्थायी है।
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