लोकतंत्रों द्वारा सामना की जाने वाली विस्तार की चनौती में लोकतांत्रिक शासन के बनियादी सिद्धान्तों को सभी क्षेत्रों, सभी सामाजिक समूहों और विभिन्न संस्थाओं में लागू करना शामिल है। जैसे- स्थानीय सरकारों को अधिक अधिकार-सम्पन्न बनाना, महिलाओं और अल्पसंख्यक समूहों की उचित भागीदारी सुनिश्चित करना आदि।