मानचित्र पर प्रदर्शित किए गए. किन्हीं दो बिन्दुओं के बीच की दूरी और धरातल पर उन्हीं दो बिन्दुओं के बीच की वास्तविक दूरी के अनुपात को मापने की विधि को मापक कहते हैं।
मापक का महत्त्व-मानचित्र बनाने में मापक का उपयोग आवश्यक है। इसके बिना कोई भी मानचित्र बनाना संभव नहीं। जमीन की वास्तविक दूरी के बराबर कागज का प्रयोग करना संभव नहीं है अतः मापनी का विकास किया गया।
मापक धरातल के क्षेत्र को मानचित्र पर सही नहीं प्रदर्शित करने की विधि है । मापक के माध्यम से विस्तृत भू-खण्डों को मानचित्र पर लघु रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं। मापक किसी क्षेत्र के क्षेत्रफल की जानकारी देता है । मापक की सहायता से किसी भी धरातल को बड़े या छोटे आकार में प्रदर्शित किया जा सकता है । मापक भू-सर्वेक्षण के लिए भी अनिवार्य होता है।