(b) संकर ओज को हेटेरोसिस भी कहते हैं। इसका मापन कई गुणोंजैसे आकार, वृद्धि दर, क्षेत्र आदि के आधार पर किया जाता है। संकरण के द्वारा ओज एवं उर्वरता में वृद्धि होती है। इसका समुपयोजन दो अंतःप्रजनित जनकीय वंशक्रमों के मध्य प्रसकंरण के द्वारा किया जाता है। यह कायिक रूप से प्रजनन करने वाली फसलों में सर्वाधिक पाया जाता है (आनुवांशिक पुनर्योजन के कारण)