(a) मूल में निम्न क्षेत्र होते हैं-
मूलगोप या केलिपट्रा - टोप सदृश - रक्षा आवरण जो मूल के शीर्ष पर होता है।
विभाज्योतक क्षेत्र - यह उपशीर्षस्थ क्षेत्र होता है। दीर्घवर्धी क्षेत्र - वृद्धि क्षेत्रों से नयी कोशिकाएं प्राप्त होती हैं।
मूलरोम क्षेत्र - भिन्नन का क्षेत्र
परिपक्व कोशिकाओं का क्षेत्र - इसमें स्थूलकाय अपारगम्य कोशिकाएं होती हैं।