(b) डार्विन के अनुसार, किसी जीव में क्रम विकास लघु परिवर्तन तथा योग्यतम की उत्तरजीविता के कारण होती है। तितली के पंख और पक्षियों के पंख देखने में एक-समान प्रतीत होते हैं और ये अभिसारी (कंवर्जंट) क्रम विकास का परिणाम है। अभिसारी क्रम विकास, एक समान आवसीय परिस्थिति में रहने के कारण विभिन्न समूहों में समान कार्य संपादन हेतु एक समान लक्षण के विकास को कहते हैं।