(a) आनुवांशिक अपवहन, समष्टि के अन्तर्गत होने वाले जीन आवृत्ति में विभिन्नता है। प्राकृतिक वरण की तुलना में यह अकस्मात होने वाली घटना है। कभी-कभी समष्टि के नए प्रारूप के एलिल आवृत्ति में इतना अन्तर हो जाता है जिससे एक भिन्न जाति उत्पन्न हो जाती है, मौलिक अपवाहित समष्टि संस्थापन बन जाती है तथा इस प्रभाव को संस्थापक प्रभाव कहा जाता है।