पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?
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दही एवं खट्टे पदार्थ की प्रकृति अम्लीय होती है इसमें उपस्थित अम्ल पीतल एवं ताँबे से तुरंत अभिक्रिया करके बर्तन को नष्ट कर देते है और इसमें रखे पदार्थ भी खराब हो जाते है।
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कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना $($कैल्सियम ऑक्साइड$),$ बुझा हुआ चूना $($कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड$)$ या चॉक $($कैल्सियम कार्बोनेट$)$ का उपयोग करेगा?
आपके पास दो विलयन A एवं B हैं। विलयन A के pH का मान 6 है एवं विलयन B के pH का मान 8 है। किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है? इनमें से कौन अम्लीय है तथा कौन क्षारकीय?
कोई धातु यौगिक $A$ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में एक से कैल्सियम क्लोराइड हैं, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।
$\ce{HCl, HNO_3}$ आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं?