प्राचीन काल में मनुष्य का जीवन मुख्य रूप से कृषि पर आधरि था। धीरे-धीरे अन्य आर्थिक कार्यों का विस्तार हुआ जिससे वाणिज्य-व्यापार का विस्तार शुरू हुआ । इससे गाँव प्रधान विश्व में शहरी जीवन की रफ्तार बढ़ने लगी। धीरे-धीरे महत्वपूर्ण परिवर्तन के बतौर प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान का समाज में विस्तार हुआ। लोगों की विचारधरा व रहन-सहन में भी बदलाव आया।
वस्तुतः हम कह सकते हैं कि प्राचीन काल में मनुष्य की जिंदगी में पांच मुख्य परिवर्तन इस प्रकार हैं
- वाणिज्य-व्यापार का विस्तार
- शहरीकरण का बढ़ना
- विश्व के अन्य भागों का समुद्री मार्ग से मुख्यतः जुड़ना
- प्रौद्योगिकी व
- विज्ञान व वैज्ञानिक सोच का विस्तार होना।