अपघटक वे सूक्ष्मजीव हैं जो उत्पादकों तथा उपभोक्ताओं के मृत एवं सड़े-गले शरीरों को सरल अकार्बनिक यौगिकों में तोड़ देते हैं। वे कुछ पदार्थों को अवशोषित कर लेते हैं तथा शेष बचे पदार्थों को पर्यावरण में पुनः चक्रित होने के लिए छोड़ देते हैं जिससे उन्हें भविष्य में उत्पादकों द्वारा उपयोग किया जाता है। अतः अपघटक जैवमण्डल में पदार्थों के पुनः चक्रण में मुख्य भूमिका निभाते हैं तथा उत्पादकों को कच्चे पदार्थ प्रदान करते हैं। इस प्रकार, वे भूमि को उपजाऊ बनाते हैं।